मुख्यमंत्री उड़ा रहे हैं प्रधानमंत्री के निर्देशों की धज्जियां-शिवमंगल सिंह


मंदिर, शादी कार्यक्रम व आम जनता लॉक के बावजूद मुख्यमंत्री द्वारा अयोध्या में कार्यक्रम करना प्रशासन व जनता के मनोबल को गिराना है- शिवमंगल सिंह


 


ऑपरेशन-विजय बुराइयों के खिलाफ जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह {आई.पी.} ने वर्तमान प्रदेश एवं देश के हालात पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को एक पत्र लिखा* जिसमें उन्होंने लिखा कि कोविड-19 कोरोना वायरस पर जहां एक तरफ हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी बार-बार जनता को हाथ जोड़कर संबोधन करते हुए, घर के बाहर बनाई गई लक्ष्मण रेखा पार न करने हेतु पूरे देश को 21 दिन के लिए लाक डाउन करने का फैसला सुनाते हैं। जिस फैसले के तहत
*1- देश की आम जनता के लिए नवरात्रि के बावजूद सभी मंदिर बंद है।*
2- शादी जैसे सभी कार्यक्रम स्थगित हैं।
 *3-आम जनता घरों में भूखी प्यासी कैद है।*
4- जरूरत के सामानों के लिए सड़क पर निकने से जनता पुलिस की लाठियां खा रही है।
*5- धरातल पर कोई भी सरकारी सुविधाएं इस समय आम जनता को नहीं मिल रही है।* 
6-वर्तमान समय में हर जरूरत का सामान बहुत ही बढ़े दामों पर मिल रहा है। 
*7-प्रशासन द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम कालाबाजारी व कीमत से ज्यादा पैसे वसूलने वाले, दुकानदारों पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।*
8- उत्तर प्रदेश के लोग उत्तर प्रदेश सहित, कई प्रदेशों में अचानक फस गए हैं व भूख जैसी बेसिक सुविधाएं न मिलने के कारण तड़प रहे है।
*9- गरीब असहाय व आर्थिक स्तर से कमजोर लोग करोना वायरस की बजाए भूख प्यास से पहले ही मर जाने के लिए चिंतित हैं।*
      *ऐसी स्थिति में प्रदेश के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री द्वारा वर्तमान  आम जनता के संकट को  समझने की वजाय अयोध्या में रामलला की मूर्तियां स्थापित करने का कार्यक्रम करना, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ दिन-रात, सिर्फ देश के ही नहीं बल्कि विश्व की अब तक की सबसे भयानक आपदा कोविड-19 कोरोना वायरस से लड़ रहे प्रदेश एवं देश के सभी डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिस प्रशासन के साथ-साथ अन्य विभागों व हमारे देश के चौथे स्तंभ मीडिया जो इस विषम आपदा में एक आंतरिक सैनिक के रूप में लड़ रही है, उनके मनोबल को गिराने वाला कदम है।* जिसके लिए बड़े पैमाने पर सिर्फ प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के समझदार लोग व आम जनता, नाराजगी जाहिर कर रही है।
      *साथ ही उन्होंने लिखा कि हमारा पत्र लिखने का मुख्य उद्देश्य यह है, कि प्रदेश में बढा 21 दिन का लाक डाउन गरीब, असहाय व आर्थिक स्थिति से कमजोर जनता के लिए भूख मिटाने व बेसिक जरूरतों की पूर्ति के लिए गंभीर खतरा बन गया है। जिसकी पूर्ति हेतु सरकार व प्रशासन द्वारा बनाई गई नीति धरातल पर कहीं नहीं दिख  रही है, व अधिकतर चुने माननीय सांसदों व विधायकों द्वारा मास्क व सेनैटाइजर के नाम क्षेत्रीय प्रशासन पर निधि राशि की वर्षा कर, सिर्फ फेसबुक व सोशल मीडिया पर लाइक बटोर कर, अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। जबकि चुने हुए प्रतिनिधियों को अपनी निधि से स्वयं संबंधित क्षेत्रीय प्रशासन के साथ राशन व अन्य जरूरी सामान को अपने ही क्षेत्र में निशुल्क वितरण कैंप लगाकर जनता को भुखमरी व अन्य परेशानियों से बचाना चाहिए था, वह भी नहीं कर रहे हैं।*
     ऐसी स्थिति में एक गैर राजनीतिक अभियान "ऑपरेशन-विजय" बुराइयों के खिलाफ जंग पूरे उत्तर प्रदेश में सरकार व प्रशासन के साथ मिलकर इस विषम आपदा में काम करने के लिए तैयार है। व आवश्यकता पड़ने पर आप व आपकी सरकार द्वारा प्रदेश के सभी प्रमुख गैर राजनीतिक संगठनों को भी आगे आने के लिए आमंत्रित करना चाहिए, ताकि इस विषम परिस्थिति में प्रदेश एवं देश को करोना वायरस के साथ-साथ गरीब, असहाय व आर्थिक स्थिति से कमजोर लोगों को भुखमरी से बचाकर समय पर बेसिक सुविधा मुहैया कराई जा सके।
    अंत में उन्होंने लिखा कि हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है, कि आप हमारे इस पत्र पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए, सामाजिक हित में सुझावों पर अमल करते हुए "ऑपरेशन-विजय" बुराइयों के खिलाफ जंग को सरकार व प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए सूचित करेंगे।