सूदखोरों से परेशान पीड़ित,न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर

 


बांदा ----(बबेरू) आज के इस आधुनिक युग में कम पढ़ा लिखा होना पीड़ित शंकर साहू को महंगा पड़ रहा है। पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटकने को मजबूर है। 
             पूरा मामला बांदा जनपद के बबेरू कोतवाली के अन्तर्गत बबेरू कस्बे का है। दरअसल शिवशंकर साहू पुत्र राम गोपाल साहू अंबेडकरनगर बबेरू का निवासी है। पैसे की आवश्यकता पड़ने पर शंकर साहू ने बबेरू निवासी साधना सिंह पटेल पत्नी प्रमोद कुमार पटेल से 1,40,000 रू. पांच प्रतिशत ब्याज की दर से मई 2018 में स्टांप में लिखा पढ़ी कर के ले लेता है। पीड़ित के कथनानुसार उसने सारा पैसा मय ब्याज के जून 2019 में प्लाट बेंचकर 1,90,000 रू. साधना सिंह पटेल को उनके पति प्रमोद कुमार पटेल,लड़के आलोक कुमार पटेल तथा  उनके नौकर राजकुमार की मौजूदगी में चुकता कर दिए। पैसा चुकता करने के उपरांत जब पीड़ित ने उस स्टांप के विषय में पूंछा जिसमें लिखा पढ़ी हुई थी तो साधना पटेल ने कहा कि तुम परेशान मत हो वो कागज़ अभी मिल नहीं रहा है जैसे ही मिलेगा उस कागज को हटा दिया जाएगा। तुम अपने घर जाओ तुम्हारा सारा पैसा चुकता है। परंतु  कुछ दिनों के बाद ये सूदखोर स्थानीय पुलिस से मिलकर मेरे ऊपर दबाव बना रहे हैं कि पैसा वापस करो।
          पीड़ित ने जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी आरोप लगाया कि बबेरू कोतवाली में तैनात दरोगा भूपेंद्र सिंह पटेल मेरी गैर मौजूदगी में घर पर जा कर गाली गलौज करते हैं तथा पैसा वापस देने के लिए नाजायज दबाव बन बनाते हैं। पीड़ित ने बताया कि पुलिस की कार्यप्रणाली से त्रस्त होकर आज अपनी इज्जत और जान माल की गुहार लगाने जिलाधिकारी बांदा के पास आया हूं। 
          पीड़ित ने यह भी बताया कि जीवन यापन करने के लिए मैं बिलासपुर में रहकर काम करता हूं मेरी गैर मौजूदगी में बबेरू पुलिस मेरे घर में जाकर मेरे बच्चों को जबरदस्ती लाकर थाने में बैठा लेती है तथा शाम तक बैठाए रहती है जब मेरी पत्नी थाने पहुंचकर हाथ पैर जोड़ती है तब मेरे बच्चों को छोड़ा जाता है तथा अगले दिन फिर मेरे बच्चे को पुलिस द्वारा उठा लिया जाता है। पीड़ित ने मांग किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करा कर मेरे साथ न्याय किया जाए।