कानपुर देहात --डाक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवननाथ पासवान अपने दलबल के साथ मँगता गावं के दलित पीड़ितों का हाल चाल लेने उर्सला अस्पताल पहुचे और पीड़ितों का हालचाल जाना और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुये कहा की भारत मे हर जाति व धर्म के लोग रहते है जिन्हे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान द्वारा समानता का अधिकार .विचारो की अभिव्यक्ति का अधिकार .स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया है लेकिन आज भी पुरातन सोच के लोग खुलेआम भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ा रहे है । मँगता गांव की जो घटना घटित हुई है उसने इंसानियत व मानवता को शर्मसार करने का कार्य किया है इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है । सामंतवादियों ने जिस प्रकार दलितो के घरों मे घुसकर बच्चो .महिलाओ .पुरुषों को मारा है उसकी डाक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच निंदा करता है और शासन से मांग करता है की दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाये और प्रत्येक पीड़ित परिवार के लोगों को 20-20लाख की मदद दी जाये । उर्सला अस्पताल से निकलकर भवननाथ पासवान मँगता गावं पहुचे जहां तैनात भारी पुलिस फोर्स ने भवननाथ पासवान को गांव मे घुसने से रोक दिया और गाँव नही जाने दिया । डाक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष आशाराम सरोज ने जिलाधिकारी कानपुर देहात को फोन लगाकर गाँव मे जाने देने के लिये कहा लेकिन उधर से फोन नही उठाया गया । डाक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वही पत्रकार वार्ता मे बताया की वह तो पीड़ित परिवार के लोगों से मिलने आये थे और उन्हे हर संभव मदद देना चाहते थे । पीड़ितों के बच्चो को पढ़ाई लिखाई का बंदोबस्त करना चाहते थे लेकिन प्रशासन ने उन्हे गाँव जाने से रोक दिया .इस सरकार मे दलितो का हित सुरक्षित नही है आयेदिन दलित मारे जा रहे है .दलित उत्पीड़न की घटनाओ की बाढ़ सी आ गयी है .आये दिन बलात्कार हो रहे है .कानून व्यवस्था समाप्त हो गयी है । भवननाथ पासवान को रोके जाने के बारे मे पूछने पर मूसानगर थाना के इंस्पेक्टर रामबहादुर पाल ने बताया की ऊपर से सख्त आदेश आये है की किसी को गाँव मे प्रवेश न करने दिया जाये और गाँव मे शांति व्यवस्था कायम रहे । गाँव जाने बालो मे प्रमुख रूप से आशाराम सरोज प्रदेश अध्यक्ष .आनंद आर्या .वी पी गौतम .रामपाल पासवान .पीताम्बर प्रसाद .मुख्तार .श्यामू पाल और वीरेंद्र होंडा इत्यादि रहे ।
प्रशासन ने भवननाथ पासवान को मँगता गावं जाने से रोका