वाराणसी :- (सन्तोष कुमार सिंह)वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16फरवरी रविवार को गोदौलिया स्थित जंगमबाड़ी मठ के श्री जगदगुरू विश्वाराध्य शतमानोत्सव एवं वीरशैव महाकुंभ समारोह में शामिल हुए। मठ में प्रधानमंत्री ने बहुप्रतीक्षित धार्मिक पुस्तक श्री सिद्धांत शिखामणि ग्रंथ के 19 भाषाओं में अनुवादित हिन्दी संस्करण तथा इसके मोबाइल ऐप का भी विमोचन किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कन्नड़ भाषा में भाषण की शुरूआत करके कर्नाटक की संत परम्परा को जमकर सराहा। उन्होंने कहा की जंगमवाड़ी मठ भावात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से वंचित साथियों के लिए प्रेरणा का माध्यम है। संस्कृत भाषा और दूसरी भारतीय भाषाओं को ज्ञान का माध्यम बनाते हुए तकनीक का भी समावेश मठ कर रहा है। उन्होंने कहा की भारत के पुरातन ज्ञान और दर्शन के सागर श्री सिद्धांत शिखामणि को 21वीं सदी का रूप देने के लिए मैं विशेष रूप से मठ का अभिनंदन करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भक्ति से मुक्ति का मार्ग दिखाने वाले इस दर्शन को भावी पीढ़ी तक पहुंचना चाहिए। सरकार का भी यही प्रयास है कि संस्कृत सहित सभी भारतीय भाषाओं का विस्तार हो, युवा पीढ़ी को इसका लाभ हो।