दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय पक्षी दिवस मनाया गया


भीतरगांव---साढ़ क्षेत्र के बरईगढ़ की ऐतिहासिक झील में बनविभाग कर्मियों ने कस्बे के स्कूल के बच्चों को प्राचीन झील में ले जाकर विभिन्न विदेशी पक्षियों को दिखाकर उनके विषय मे जानकारी दी।
बन क्षेत्राधिकारी मूलचंद्र व बन दरोगा गुरु नारायण ने बच्चों को झील में सारस, कछुवा,तोता,शुतुरमुर्ग, अबाबील,जलमुर्गी,विदेशी सारस आदि के विषय मे बताया।जो अब लगभग विलुप्त होने की कगार पर है।कभी इस प्राचीन झील में विदेशी पक्षी भी कलरव करते थे।लेकिन आज की स्थितियों में झील में सन्नाटा पसरा है।आज अंतरराष्ट्रीय पक्षी दिवस में वनाधिकारी ने बताया की वनो के नष्ट होने के कारण पशु पक्षी विलुप्त होते जा रहे है।


क्षेत्राधिकारी वनविभाग मूलचंद्र ने बताया कि यदि राजस्व विभाग व बन विभाग एकजुट हो प्रयास करें तो इस ऐतिहासिक प्राचीन झील का कायाकल्प हो सकता है।झील में अनाधिकृत रूप से कई लोगो ने कब्जे कर उस पर गेहूं और धान, सिंघाड़े की फसल भी करते है।उन्होंने बताया कि जल्द ही  शासन स्तर से झील के कायाकल्प के लिए अनुरोध किया जाएगा। टीम में बीट प्रभारी सुरेश सिंह,शिवम व स्कूल के समस्त शिक्षको के साथ काफी संख्या में बच्चे पहुँचे।