*अनियमितता की जांच को पहुँचे डीसी मनरेगा*
भीतरगांव ब्लॉक के साढ़ कस्बा
भीतरगांव----शासन की ये मंशा है कि जो भी विकास कार्य कराए जाएं वो गुणवत्तापूर्ण हो लेकिन निचले स्तर के कर्मचारी शासन की योजनाओं में पलीता लगा रहे है।
मामला है भीतरगांव विकासखंड के साढ़ कस्बे का जहाँ ग्राम पंचायत निधि से इंटरलाकिंग का कार्य कराया गया था।ग्रामीणों ने सही कार्य न होने की शिकायत खंडविकास अधिकारी के साथ उच्च अधिकारियों से की थी।शिकायती पत्र के अनुसार पंचायत सचिव द्वारा कार्य समाप्ति के बाद कोटेशन की सूचना जारी की गई और बिना नाली निर्माण कराए इंटरलॉकिंग का कार्य करा दिया गया।जिसमें मानक के अनुसार न ही गिट्टी डाली गई और न ही एजिंग में कही भी मौरम का प्रयोग किया गया।सम्पूर्ण निर्माण में डस्ट का प्रयोग किया गया।निर्माण हुए दो माह भी नही बीता और जगह जगह से इंटरलॉकिंग धंसने लगी है।शिकायतों की जांच को पहुचे ङीसी मनरेगा ए के सिंह के साथ खंड विकास अधिकारी ऐश्वर्य यादव,जेई राजकुमार पंचायत सचिव बृजेश यादव,ग्राम प्रधान पति राकेश पाल समेत सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे।
प्राथमिक स्कूल का भी निरीक्षण किया गया जहाँ शौचालय में गंदगी व झाड़ झंखाड़ देख पंचायत सचिव को फटकारते हुए कहा कि खाली पड़ी जमीनों में जल्द बृक्षारोपण कराया।
"ग्रामीणों की शिकायत पर जांच की गई है जल्द ही दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। .....डीसी मनरेगा ए के सिह