लगभग बीस सालों की दिन रात की मेहनत के बाद आज ये नाम किसी भी परिचय का मोहताज नहीं बरसों से स्टेज शो के माध्यम से देश के हर प्रांत के हर शहर में अपने खुद के ग्रुप "अजय कुमार म्युजिकल ग्रुप " द्वारा शादी पार्टी में प्रोग्राम करते आ रहे, इटारसी शहर मध्यप्रदेश के अजय कुमार को आज कोन नहीं जानता । नाम ही काफी है जिनकी गायकी का कोई अंदाजा नहीं कोई मिसाल नहीं जिनके सुरीले गले की कोई रेंज नहीं । किशोर कुमार जी की पूजा करने वाले अजय कुमार बताते हैं कि मुझे बचपन से ही किशोर दा के गीत भाते थे तो उनके गीत सुन सुन कर ही मैंने गीत गाना सीखा मैंने आज तक किसी से कोई भी संगीत की विधिवत शिक्षा नहीं ली किशोर दा ही मेरे प्रथम और आखिरी गुरु हैं । जबकि घर में संगीत को कोई भी माहौल नहीं।और तो और घर में मेरे गीत तक कोई नहीं सुनता और ऐसे में घर में सबसे को छोटा होने के कारण सभी की डांट भी खाना पड़ती थी। पर क्या करता किशोर दा की आवाज़ का जादू इनके सर चढ़ चुका था । आखिर में १९९० में पहली बार स्टेज मिला और फिर पलट कर नहीं देखा । आज अजय कुमार राजस्थान,महाराष्ट्र,उत्तरप्रदेश ,गुजरात जैसे कई बड़े प्रांतों में अपने शो कर चुके हैं ।और सभी जगह उनके हरेक गीत वंसमोर ही रहे , जो बरसों पहले अकेले ही संगीत के सुरीले सफर पर निकल चला था आज उसके साथ पूरा कारवां बनते चला जा रहा, इुग्गे भैया बोलते हैं कि बस एक पागलपन का जुनून भर दिल में होना चाहिए कन्युकी तकदीर भी उसी के साथ खेलती जो खिलाड़ी सबसे बेहतरीन होता है।आज "अजय कुमार म्युजिकल ग्रुप" पूरे मध्यप्रदेश का एक बड़ा और सफल ग्रुप है जिसके सभी गायक मंजे हुए हैं । वैसे तो अजय जी ने प्रीती जी,हरमीत जी,साक्षी जी,प्रतिभा जी,नैना जी,सोनिया जी और राशि इन सभी के साथ हर प्रोग्राम में ढेर सारे सुपर किशोर दा लता जी के गीतों पर वाह वाही ,तालियां बटोरी पर आज के समय की सबसे सफल और हसीन जोड़ी इनकी साक्षी जी के साथ ही दर्शक ने सराही और पसंद कि जन्हा भी इन दोनों को पब्लिक स्टेज पर देखती और ताली सीटी पहले ही बजने लगती और इन दोनों के गाए गीतों पर दर्शक अपने आप को नोट उछालकर थिरकने से रोक नहीं पाते । ये बताते हैं की ये सभी मेरी बहुत पसंदीदा सिंगर हैं पर हरमीत जी और प्रीती जी प्रतिभा जी ये ऐसी सिंगर हैं जो हर तरह के गीत आसानी से गाने में सक्षम है और यही एक कुशल गायक की पहचान है । अजय भाई बोलते की कोई भी गीत गाने से पहले मै गीत के शब्दों को उनके भावों को समझता हूं फिर गाता हूं तभी मेरे गाए गीतों में मधुरता और एक रोमांस और मस्ती का अहसास आ पाता , जिसे हम फीलिंग्स कहते हैं । कहते हैं कि गाने को तो में दर्शक की फरमाइश के अनुसार मुकेश जी,हेमंत कुमार जी,रफी साहब,अमित कुमार,कु शानू,विनोद राठौड़,अभिजीत सभी के गीत गाता पर जिसके गीत गाने में मुझे सुकून राहत एक ठंडक सी मिलती वो गीत मेरे गुरु देव किशोर दा , इनके कठिन गीत भी मैं जितनी आसानी से गाता उतने शायद किसी गायक के नहीं । ये मेरा सोचना है । अपने बड़े तीन भाईयो में ये प्रमोद भैया के बहुत अहसानमंद रहते की जब जब ये प्रोग्राम में बाहर रहते तो भैया ही अकेले घर और दुकान बिना उफ्फ किए अकेले संभालते और आज तक कभी मेरे इस प्रोफेशन के लिए मना नहीं किया । और मेरे गाए गीतों को सुनते भी सलाह भी देते ।
आज का किशोर कुमार --अजय कुमार