मकनपुर ( प्रद्युम्न कटियार ) रस्म अदायगी के साथ गुरुवार को ऐतिहासिक मकनपुर मेले का आगाज़ हो गया। जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी और मेला कमेटी के सदस्यों ने सैयद बद्दउद्दीन जिंदाशाह मदार की दरगाह पर चादरपोशी कर मेले का शुभारंभ किया। इसके बाद चादर चढ़ाने के लिए पूरे दिन जायरीनों का तांता लगा रहा। वहीं, मेले में पशु पालकों और जायरीनों का आना शुरू हो गया है। जिला प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में आने वालों के लिए समुचित प्रबंध न होने से जायरीनों के साथ ही क्षेत्रीय लोगों में रोष है। मेला कमेटी के साहिर हुसैन जाफरी ने बताया कि दरगाह को करीने से सजाया गया हैं दूर-दूर से आने वाले जायरीनों को मदार-ए-पाक का भली प्रकार दीदार हो सके, इसके लिए कमेटी ने विशेष इंतजाम किए हैं। मेला में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ ही जायरीनों को होने वाली दिक्कतों के लिए मेला प्रशासक एसडीएम बिल्हौर से कहा है।
बिल्हौर तहसील मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित मकनपुर में हज़रत सैय्यद बदीउद्दीन जिंदाशाह मदार की दरगाह पर प्रतिवर्ष मेले का आयोजन होता है। यहां दूरस्थ प्रांतों व ज़िलों से जा़यरीन आकर चादर चढ़ाते हैं। मंगलवार को परंपरा के तहत जिलाधिकारी ब्रह्मदेव तिवारी ने फीता काटकर मेले का शुभारंभ किया। इसके बाद जिंदाशाह मदार की दरगाह शरीफ पर चादर चढ़ाई और ज़ियारत की। एसडीएम वी एस लक्ष्मी, तहसीलदार अवनीश कुमार थाना प्रभारी जनार्दन प्रताप सिंह ने तहसील परिसर में उनका स्वागत किया। वहीं मेला कमेटी के सदस्यों मजाहिर हुसैन, बाबा अली बहादुर, जफर हसन, अब्दुल आजम, दीपक श्रीवास्तव ने अधिकारियों को दरगाह की पारंपरिक पगड़ी बांधकर धन्यवाद ज्ञापित किया। पगड़ी रस्म के बाद कमेटी के सदस्यों ने जिलाधिकारी को दरगाह में बने संग्रहालय में रखे जिंदाशाह मदार का सामान दिखाया। छह सौ से आठ सौ वर्ष पुराने कपड़े व बरतन देख डीएम भी आश्चर्य चकित रह गए। मकनपुर मेले में गुरुवार से जायरीनों की संख्या बढ़ने लगी हैं। दूर दराज से पहुंच रहे जायरीन मेले में ही डेरा डाल रहे हैं। इसके साथ ही इनके रुकने के इंतजाम भी किये गये हैं। रैन बसेरा भी तैयार किए गए हैं। पहुंच रहे जायरीन हज़रत सैय्यद बदीउद्दीन ज़िन्दा शाह मदार पर माथा टेककर चादरपोशी भी कर रहे है। वसंत पंचमी को हज़रत सैय्यद बदीउद्दीन ज़िन्दा शाह मदार की दरगाह पर हज़ारों जायरीन माथा टेंकेंगे। इस दिन को विशेष माना जाता हैं। दूर-दराज से पहुंचे परिवारों ने मेले में डेरा डाल दिया है। डेरा डाले लोग खुद ही भोजन पकाते हैं। इसके लिए मेले में चूल्हा लकड़ी बर्तन से लेकर सभी जरूरी सामान मिलता है। मेले में कच्चे पक्के भोजन की बड़ी दुकानें खुल गई हैं। मेले में करीब चार सौ से ज्यादा पशु व्यापारी भी डेरा डाले हुए हैं। पहुंच रहे ज़ायरीनों को मेले में सजी दुकानें लुभा रही हैं। मेला कमेटी सदस्य मजाहिर हुसैन जाफरी ने बताया कि दूर-दराज से आने वाले व्यापारियों और दुकानदारों की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में व्यापक प्रबंध पूर्व वर्षों की भांति किए गए हैं। इसके अलावा साफ-सफाई और वैकल्पिक शौचालयों का इंतजाम व पानी की व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी महोदय से कहा है।
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चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की नज़र थाना प्रभारी ने किया भ्रमण
मेला में दिन रात भीड़ होती हैं। इसके लिए सुरक्षा ब्यवस्था के विशेष इंतजाम किये गये हैं। मेले में एक पुलिस कोतवाली खोली गई हैं। साथ ही तहसील का भी एक कैम्प लगाया गया हैं। मेले में जगह जगह पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके साथ रात में दुकानदारों व रुकने वाले जायरीनों के लिए भी पुलिस सुरक्षा के इंतजामात किये गये हैं। मौके पर बिल्हौर थाना प्रभारी जनार्दन प्रताप सिंह ने मेला भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था को देखा।
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आबाद होने लगा पशु बाजार
मकनपुर स्थित हजरत सैय्यद बदीउद्दीन जिंदाशाह मदार की दरगाह पर वसंत पंचमी के पर्व पर आयोजित होने वाले मेले के साथ पशु बाजार लगता है, जो लगभग एक माह से अधिक समय तक चलता है। गाय, बैल, भैंस के साथ बड़ी संख्या में घोड़े लेकर व्यापारी आते हैं। पशुओं की खरीद फरोख्त के लिए देश भर में मशहूर मकनपुर मेले की रौनक देखते ही बनती है। मेले में जानवरों की सजावट के सामान की दुकानें भी सजा अव्यवस्थाओं के बीच शुरू हुआ मकनपुर मेला
एकता का संदेश देने वाला मकनपुर मेला अव्यवस्थाओं के बीच गुरुवार से शुरू हो गया है। मेले में देश भर से हज़ारों ज़़ायरीन रोज़ बाबा मदार की ज़ियारत करने को