सीएए/एनपीआर/एनआरसी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान में महिलाओं बुजुर्गों ने हस्ताक्षर कर विरोध दर्ज किया


कानपुर-सीएए/एनआरसी का विरोध बढ़ता जा रहा है घर की महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ व देश के भविष्य सड़कों यूनिवर्सिटीज़ में विरोध कर रहे है लेकिन मुल्क की सरकार धमकी भरे अंदाज़ मे कह रही है कि सीएए मे रत्ती बराबर बदलाव नही होगा । जितना विरोध कर ले,मुल्क के लोकतंत्र जनतंत्र को बचाने के लिए मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने महामहिम राष्ट्रपति जी को नागरिकों के हस्ताक्षरों के द्वारा इस काले कानून सीएए को वापस करने व एनपीआर/एनआरसी लागू न करने को लेकर हस्ताक्षर अभियान के तीसरे चरण में ग्रुप के पदाधिकारी डोर टू डोर गये जहां महिलाओं बुज़ुर्गों ने हस्ताक्षर कर अपना विरोध दर्ज कराया।मोहम्मदी यूथ ग्रुप के पदाधिकारी हीरामन पुरवा पहुंचे जहा से हस्ताक्षर अभियान के तीसरे चरण मे महिलाओं/बुज़ुर्गों ने हस्ताक्षर अभियान से जुड़कर अपने हस्ताक्षर कर अपना विरोध दर्ज किया। मोहम्मदी यूथ ग्रुप के हस्ताक्षर के तीसरे चरण मे दिन 1945 हस्ताक्षर हुए। महिलाओं मे सीएए/एनपीआर/एनआरसी के खिलाफ बहुत गुस्सा था उन्होंने कहा मोदी जी कहते है सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास लेकिन वह तो विश्वास किसी पर नही कर रहे है कितनी शर्म की बात है कि मुल्क की आवाम को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए दस्तावेज़ दिखाने होगे मुल्क को आज़ाद कराने वालों की कुर्बानियों का मज़ाक बना दिया मोदी सरकार ने। हस्ताक्षर अभियान हीरामन पुरवा, इफ्तिखाराबाद, रजबी रोड, फूल वाली गली के क्षेत्रों मे डोर टू डोर हुआ। ग्रुप के पदाधिकारियों ने बताया हस्ताक्षर अभियान को और गति देने के लिए मोहम्मदी यूथ ग्रुप की महिला विंग को आगे किया जाएगा।हस्ताक्षर अभियान में मुख्य रुप से इखलाक अहमद डेविड, कारी तैय्यब अली, मौलाना मतीउररहमान, मौलाना अब्दुल कादिर, कमर आलम निज़ामी, हाफिज़ मोहम्मद कफील खाँ, महफूज़ कुरैशी, जावेद हसन, मोहम्मद साबिर,मोहम्मद फाज़िल, शहनवाज़ आलम, हाजी अहमद अली,मोहम्मद दिलशाद, हाजी मोहर्रम अली, मोहम्मद इरफान खान, हाजी मोहम्मद बारी, अशरफ अली, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद मोईन, हाजी मोहम्मद बाकी,अफज़ाल अहमद आदि लोग मौजूद रहे।