कानपुर , एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के तत्वावधान में नाला रोड़ स्थित फाइन फूड रेस्टोरेंट में हलीम महाविद्यालय के 109 वें स्थापना दिवस को हलीम डे के रूप में मनाया गया सेमिनार की अध्यक्षता जौहर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी ने की संचालन प्रदेश सचिव मन्सूर आलम अन्सारी ने किया।
सेमिनार को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी ने कहा कि हाफिज़ हलीम साहब ने 02 जनवरी 1911 में हलीम स्कूल की नींव इस सोच से रखी थी कौम के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी और कौम का शैक्षिक पिछड़ापन दूर होगा।
हयात ज़फ़र हाशमी ने कहा कि हलीम ने इस सोच के हलीम कालेज को इतनी बड़ी संपत्ति दान की ताकि जरुरत पड़ने पर यंहा शैक्षिक केन्द्रों की स्थापना की जा सके और हमारी कौम के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके।
इसके रखरखाव की जिम्मेदारी उस समय के पूंजीपति चमड़ा कारोबारियों को इस उद्देश्य से दी कि यह लोग कालेज में अपनी मेहनत लगन और धन से उच्चतम बनाने का काम करेंगे।
आज हलीम कालेज के प्रबंधन समिति की उदासीनता की भेंट कौम के बच्चों का भविष्य चढ़ गया।
लापरवाही के चलते कालेज में आज तक आधुनिक सुविधा उपलब्ध नही हो सकी वरना 108 वर्ष का इतिहास रखने वाले इस महाविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हो जाना चाहिए था।
हलीम महाविद्यालय छात्र सभा के अध्यक्ष अशरफ अन्सारी ने कालेज में जल्द ही सुधार के लिए प्रबंधन समिति के साथ रणनीति बनाने की बात कहीं। छात्र संघ के पूर्व महामंत्री मोहम्मद शारिक मंत्री ने कहा कि कालेज बचाओ अभियान कई बार पूर्व छात्रों की ओर से चलाया गया मगर लोगों में रुचि ना होने से सफलता नही मिल सकी।
प्रदेश सचिव मंसूर आलम अंसारी ने आए हुए महमानों का शुक्रिया अदा किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी के अलावा मंसूर आलम अंसारी, मोहम्मद शारिक मंत्री,मोहम्मद ईशान, सैय्यद आदिल असलम, अशरफ अन्सारी, अज़ीज़ अहमद चिश्ती, आमिर जावेद, सैय्यद सुहैल, रईस अन्सारी राजू, मोहम्मद राशिद, रियाज़ कुरैशी,मोहम्मद जाबिर आदि थे।