कानपुर- -(हफ़ीज़ अहमद खान ) सीएए/एनआरसी के विरोध में मोहम्मदी यूथ ग्रुप के हस्ताक्षर अभियान के दसवें चरण मे चिकित्सकों ने देश की एकता अखंडता संस्कृति को बचाने हिंदू,मुस्लिम,सिख,ईसाई मे कायम भाईचारे को बचाने के लिए महामहिम राष्ट्रपति जी को हस्ताक्षरों के द्वारा इस संविधान को तोड़ने वाले कानून सीएए को वापस करने व एनआरसी लागू न करने को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के हस्ताक्षर अभियान मुहिम से जुड़कर अपना विरोध दर्ज कराया।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप के पदाधिकारी चमनगंज पहुंचे जहां चिकित्सक वकारुल इस्लाम के क्लीनिक मे जमा हुए उनको हस्ताक्षर अभियान के सिलसिले मे बताया जिस पर चिकित्सकों ने भी हस्ताक्षर अभियान से जुड़कर उसका समर्थन किया व अपने हस्ताक्षर कर सीएए को वापस करने और एनआरसी को लागू न करने का महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी से मांग की। ग्रुप के दसवें हस्ताक्षर अभियान में 859 हस्ताक्षर हुए।
चिकित्सकों ने कहा भारतीयों को नागरिकता अपने देश मे साबित करना किसी अपराध से कम नही जब देश मे रहने वाला हर वर्ग सीएए/एनआरसी के खिलाफ है तो केंद्र सरकार क्यों ब्रिटिश हुकूमत की तरह कार्य कर जबर्दस्ती नागरिकों को प्रताड़ित कर रही है उनमे जामिया जेएनयू की पुलिस कार्यवाही से भी नाराज़गी थी सरकार छात्र/छात्रों के साथ भी भेदभाव कर रही है जामिया मे एफआईआर दर्ज करने के लिए न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाने को मजबूर जामिया वीसी दूसरी तरफ जेएनयू मे एफआईआर पुलिस घटना के चंद मिनट बाद ही दर्ज करना सरकार के भेदभाव को दर्शाता है। सीएए वापस हो और एनआरसी को किसी भी कीमत पर लागू न किया जाए।हस्ताक्षर अभियान में मुख्य रुप से इखलाक अहमद डेविड, डा0 मोहम्मद शाहिद अहमद, डा0मोहम्मद इफ्तिखार, डा0आफताब आलम, डा0 इमरान इदरीस, डा0 ज़फर अकबर, डा० मोहम्मद खलील, डा0 जिशान अंसारी, डा0मोहम्मद शकील, डा0वकारुल इस्लाम, डा0जावेद खान, डा0 कमाल अरशद, डा0हिलाल अशरफ, डा0अबू समा खुर्शीद, डा० अज़हर अंसारी, डा० मोहम्मद इखलास, डा0 मोहम्मद आलम आदि लोग मौजूद रहे।
चिकित्सकों ने सीएए/एनआरसी के खिलाफ हस्ताक्षर कर महामहिम राष्ट्रपति से कानून वापसी की मांग की