नई दिल्ली :
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर आज बुधवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल भूजल योजना की शुरुआत की. । साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने मनाली और लेह को जोड़ने वाली रोहतांग टनल को अटल टनल का नाम दिया है. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी अटल समाधि स्थल (Atal Samadhi Sthal) जाकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित किए. पीएम नरेंद्र मोदी ने आज क्रिसमस पर देशवासियों को शुभकामनाएं भी दीं।
अटल भूजल योजना की शुरुआत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी बोले- अनेक कॉमन सर्विस सेंटर से हज़ारों लोग विशेषकर गांवों के पंच-सरपंच भी हमारे साथ जुड़े हुए हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के मनाली से वहां के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर, वन मंत्री श्री गोविद सिंह वहां के सांसद श्री राम स्वरूप शर्मा भी तकनीक के माध्यम से हमारे साथ शामिल हैं। आज देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण एक बड़ी परियोजना का नाम अटल जी को समर्पित किया गया है।
उन्होंने कहा, हिमाचल प्रदेश को लद्दाख और जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाली मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग टनल अब अटल टनल के नाम से जानी जाएगी। मैं सबसे पहले देश को दुनिया के लोगों को क्रिसमस की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। आज भारत के दो-दो रत्नों हम सभी के श्रद्धेय अटल जी और महामना मदन मोहन मालवीय जी का जन्म दिवस भी है. मैं इन दोनों महापुरुषों को आदर पूर्वक नमन करता हूं, देश की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा, पानी का विषय अटल जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। उनके हृदय के बहुत करीब था. अटल जल योजना 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम है। पानी का यह संकट एक परिवार के रूप में, एक नागरिक के रूप में हमारे लिए चिंताजनक तो है ही, एक देश के रूप में भी ये विकास को प्रभावित करता है. न्यू इंडिया को हमें जल संकट की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है. इसके लिए हम पांच स्तर पर एक साथ काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, चुनाव से पहले जब हमने पानी के लिए समर्पित जब हमने जल शक्ति मंत्रालय की बात की थी तो कुछ लोगों को लगा कि कैसा वादा है, लेकिन बहुत कम लोगों ने इस बात पर गौर किया कि क्यों इसकी जरूरत थी. जल शक्ति मंत्रालय ने इस Compartmentalized Approach से पानी को बाहर निकाला और Comprehensive Approach को हमने बल दिया.
उन्होंने कहा, इसी मानसून में हमने देखा है कि समाज की तरफ से, जलशक्ति मंत्रालय की तरफ से Water Conservation के लिए कैसे व्यापक प्रयास हुए हैं। एक तरफ जल जीवन मिशन है, जो हर घर तक पाइप से जल पहुंचाने का काम करेगा और दूसरी तरफ अटल जल योजना है, जो उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगी जहां ग्राउंड वॉटर बहुत नीचे है।
पीएम नरेंद्र मोदी बोले- अटल भूजल योजना से महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात इन सात राज्यों के भूजल का उठाने में बहुत मदद मिलेगी. इन सात राज्यों के 78 जिलों में 8,300 से ज्यादा ग्राम पंचायतों में भूजल की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है. इसका बहुत बड़ा खामियाजा वहां के लोगों को उठाना पड़ता है. लोगों को इन दिक्कतों से मुक्ति मिले, जल स्तर में सुधार हो इसके लिए हमें जागरूकता अभियान चलाने होंगे।