भारतीय बौद्ध महासभा ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 64 वी परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया
कानपुर, भारतीय बौद्ध महासभा उत्तर प्रदेश के प्रधान में डॉक्टर महादेव के नेतृत्व में 64 में निर्माण दिवस पर डॉ भीमराव अंबेडकर प्रतिमा नाना राव पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । 1956 ईस्वी में सदियों से मृत प्राय शोषित समाज में अंधकार सघन कालीमां को विदीर्ण कर एवं ऊर्जा का संचार करने वाले प्रकाश पुंज 6 दिसंबर की रात्रि को बुझ गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रवण कुमार द्वारा की गई । सभा में वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डाला और कहा कि बाबा साहेब पार्थिव शरीर आज हमारे बीच नहीं है किंतु उनके विचार हमारे जीवन को प्रेरित कर रहे हैं । बाबासाहेब के परिनिर्वाण दिवस पर पूर्व में घोषित सार्वजनिक अवकाश की बहाली की मांग की गई । महादेव ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारती सभी मानवता वादी दर्शन में व्यक्ति की अंतिम करना सच्ची श्रद्धांजलि माना गया है । बाबा साहब की अंतिम इच्छा बुद्धा मय भारत बनाने की थी। अपनी अंतिम सांसे किक मात्र कुछ दिन पूर्व बाबा साहेब ने बहुत सी शारीरिक पीड़ा को सहते हुए अपनी अंतिम रचना बुद्धा एडहिट धम्मा पूर्ण की थी। जिसने देश के संविधान को लिखा उसी संविधान में छेड़खानी की जा रही
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष श्रवण कुमार महामंत्री डॉ महादेव सुनील गौतम केके गौतम प्रेमी जी बौद्ध डॉक्टर जे0आर0बौद्ध कमल किशोर बौद्ध विनोद कुमार गौतम डॉक्टर आर डी गौतम दिलीप कुमार लालचंद विपिन शशि राव देव कुमार डॉ सुभाष आर ए गौतम गीतू गौतम योगीराज चित्रकार वर्षा डॉक्टर सरोज आदि मौजूद रहे।
भारतीय बौद्ध महासभा ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 64 वी परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया